तो सरकार ने केन्द्रीय विद्यालय में जर्मन हटा के संस्कृत पढ़ाने का निश्चय कर लिया है। ज़ाहिर है बहुत से संगठनों को यह पसंद भी आया होगा और बहुत से ऐसे भी होंगे जिन्हे यह नागवार गुजरेगा। अभी हाल के ही हाई कोर्ट ने इस फैसले पर वर्तमान सत्र के लिए रोक लगा दी है।